कांग्रेस से महापौर प्रत्याशी रही तथा वार्ड 93 की पार्षद दिव्या सिंह ने कहा कि भाजपा में नैतिकता खोई प्रदेश में सौम्या गुज़र प्रकरण में जिस तरीक़े से विरोध प्रदर्शन किया है वह बहुत ही आश्चर्यजनक है। जिनका इतिहास अपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहने का रहा हो उनके लिए नैतिकता की बात करने वाली भाजपा पूरी तरीक़े से बेनक़ाब हो गई है।
मतदाता सूची में दो जगह नाम होने के बावजूद क़ानून के विरुद्ध पार्षद और मेयर का चुनाव लड़ना, जिसका प्रकरण माननीय न्यायालय में विचाराधीन है, जिनके पति अभी कुछ दिन पहले जेल से छूटकर आए हैं, ऐसे लोगों के लिए भाजपा द्वारा आंदोलन करने से भाजपा के चाल चरित्र और चेहरे की असलियत जनता के समक्ष पूरी तरह से उजागर हो गई है। उन्होंने कहा है कि आपराधिक छवि वाले लोगों को प्रदेश में इस तरह संरक्षण देना स्वस्थ लोकतंत्र के लिए घातक है जिसे प्रदेश की जनता कतई स्वीकार नहीं करेगी।
दिव्या सिंह ने यह भी कहा है कि माननीय अदालत में केस दायर करने के बाद भी इस तरह की गतिविधियां चलाकर भाजपा ने यह भी साफ कर दिया है कि देश की कानून व्यवस्था पर उसे यकीन नहीं है ।