पिछले कुछ समय से अपने परिवार से अलग रह रहे कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मुकुल गोयल ने बेहोशी की दवा को इंजेक्शन से ड्रिप में डालकर सुसाइड कर लिया। डॉक्टर के पास सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा कि 'मैं अपने जीवन को समाप्त कर रहा हूं। इसमें किसी का कोई लेना-देना नहीं है। किसी काे परेशान नहीं किया जाए।' यह मामला जयपुर के चित्रकूट थाना इलाके का है।
SHO रामकिशन बिश्नोई ने बताया कि नित्यानंद नगर चित्रकूट नगर निवासी 44 साल के डॉ. मुकुल जगतपुरा स्थित एशियन कैंसर हॉस्पिटल में कैंसर विशेषज्ञ थे। उनकी पत्नी डॉ. जूही राजापार्क स्थित एक हॉस्पिटल में डॉक्टर है।
राजपार्क स्थित मकान में डॉ. जूही अपने 8 साल के बेटे के साथ रहती हैं। डॉ. मुकुल गोयल रविवार रात को हॉस्पिटल से चित्रकूट स्थित घर लौटे थे। देर रात उन्होंने बेहोशी की दवाई का ओवर डोज बनाया। कमरे में बेड पर हाथ में कैनुला लगाकर ड्रिप में बेहोशी की दवा ले ली।
सोमवार दोपहर में नौकरानी घर पहुंची तो सुसाइड का पता चला। दोपहर करीब 12 बजे नौकरानी घर में झाड़ू-पोंछा करने पहुंची। डॉ. मुकुल के कमरे से निकलकर नीचे नहीं आने पर उसे शक हुआ। घर की साफ-सफाई के बाद डॉ. मुकुल के रूम में गई। बिस्तर पर डॉ. अचेत पड़े थे। हाथ में ड्रिप लगी हुई थी। काफी आवाज देने के बाद भी नहीं उठे तो अनहोनी की आशंका पर पड़ोसियों को बुलाया। पड़ोसियों ने डॉ. मुकुल को चेक किया। उनमें अब जान नहीं बची थी।
पुलिस ने एफएसएल टीम की मदद से मौके से सबूत जुटाए। पुलिस ने शव को एसएमएस हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया है। प्रथमदृष्टया जांच में सामने आया है कि डॉ. मुकुल पिछले करीब 2 साल से परिवार से अलग रह रहे थे। रात करीब 10 बजे मोबाइल पर आए कॉल पर उन्होंने आखिरी बात की थी, पुलिस सुसाइड के कारणों को तलाश रही है।