रीट पेपर लीक मामले में बुधवार को एसओजी ने बड़ा खुलासा किया है। रीट का पेपर जयपुर से शिक्षा संकुल के स्ट्रॉन्ग रूम से ही लीक हुआ था। आरोपी भजनलाल से पूछताछ के बाद एसओजी ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अब तक एसओजी इस पूरे मामले में 35 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि रीट परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में एसओजी मुख्य कड़ी तक पहुंच गई है। मामले में उदाराम और रामकृपाल मीणा को गिरफ्तार किया है। एसओजी ने भजनलाल से पूछताछ के बाद उदाराम बिश्नोई निवासी जालौर व रामकृपाल मीणा निवासी जगन्नाथपुरी को गिरफ्तार किया गया है। जांच में पता लगा है कि भजनलाल को उदाराम ने रीट पेपर दिया था।
यह दोनों जालोर में एक ही गांव के रहने वाले है। भजनलाल ने पेपर मिलने के बाद कई लोगों को बांट दिया। एसओजी ने बताया कि रामकृपाल मीणा ने ही शिक्षा संकुल स्थित पेपर संग्रहण केन्द्र से परीक्षा से पहले 25 सितंबर 2021 को पेपर निकालकर उदाराम विश्नोई को दिया था। इसके बदले उदाराम विश्नोई की ओर से एक करोड़ 22 लाख देने की जानकारी सामने आई है। आरोपी उदाराम विश्नोई ने यह पेपर भजनलाल विश्नोई को मुहैया कराया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में भजनलाल विश्नोई की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में इन दोनों आरोपियों का नाम सामने आया था। आरोपी रामकृपाल मीणा जयपुर में शिवशक्ति पब्लिक स्कूल संचालित करता है। इससे पहले भी रामकृपाल मीणा द्वारा कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक करने की जानकारी सामने आई है। बहरहाल इस पूरे खुलासे के बाद शिक्षा संकुल प्रशासन ही संदेह के घेरे में आ गया है।