ग्रेटर नोएडा। शारदा अस्पताल में पहले मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट (एमडीआर) वार्ड की शुरूआत हुई। शारदा ग्रुप के संस्थापक व चेयरमैन पीके गुप्ता ने इसका उद्घाटन किया। यहां सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रम डाट्स के तहत पंजीकरण भी होगा जिससे कि सरकारी अस्पताल की तरह निश्शुल्क इलाज की सुविधा मिल सकेगी। पीके गुप्ता ने कहा कि अस्पताल का उद्देश्य रियायती दरों में मरीजों को इलाज उपलब्ध कराना है। इसी के तहत एमडीआर टीबी वार्ड की शुरूआत की गई है। डा. विपिन तिवारी ने बताया कि एमडीआर टीबी के चार बेड की सुविधा शुरू हुई है। ग्रेटर नोएडा में यह सुविधा अन्य अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। सीबीनेट मशीन के जरिये दो घंटे में जांच की रिपोर्ट आ जाएगी। इससे समय रहते इलाज मिलना संभव होगा। दो सैंपल की एक साथ जांच की जा सकेगी। टीबी के कुल 20 बेड की सुविधा मुहैया पहले से कराई जा रही है। भविष्य में एमडीआर के 10 बेड की सुविधा दी जाएगी। इलाज के लिए दो प्रोफेसर, छह वरिष्ठ चिकित्सक और छह पैरामेडिकल स्टाफ की टीम मौजूद है।
शारदा अस्पताल के बारे में.....
2006 में स्थापित, शारदा अस्पताल ग्रेटर नोएडा, एनसीआर में स्थित एक अत्याधुनिक मल्टी-सुपर- स्पेशियलिटी अस्पताल है। 9 एकड़ में फैले शारदा अस्पताल में 1200 से अधिक बिस्तर हैं और वैश्विक मानकों के अनुरूप व्यापक चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं और परिष्कृत उपकरणों से लैस है। एनएबीएच से मान्यता प्राप्त शारदा अस्पताल तृतीयक देखभाल, सुपर-स्पेशियलिटी, सामान्य विशिष्टताओं, उन्नत निदान और रेडियोलॉजी सेवाओं से लेकर महत्वपूर्ण देखभाल तक चिकित्सा सेवाओं का एक व्यापक स्पेक्ट्रम प्रदान करता है। यह अत्यधिक योग्य और अनुभवी चिकित्सा संकाय और पेशेवर नैदानिक उत्कृष्टता और अनुकंपा रोगी कनेक्ट के साथ विभिन्न पृष्ठभूमि के रोगियों को विशेषज्ञ देखभाल प्रदान करते हैं। संबद्ध मेडिकल कॉलेज अनुसंधान गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करता है और देश में चिकित्सा और स्वास्थ्य देखभाल प्रथाओं में निरंतर सुधार के लिए मेडिकल छात्रों को व्यापक प्रशिक्षण देता है।